चुनाव
की तैयारी चरम पर: आज झारखंड पहुंचेगी भारत निर्वाचन आयोग की टीम
रांची/डेस्क: झारखंड में विधानसभा चुनाव का माहौल तेजी से गरमाता जा रहा है, और राजनीतिक गतिविधियों का उल्लास अपनी चरम सीमा पर है। चुनावी तारीखों की घोषणा भले ही अभी नहीं हुई हो, परंतु चुनाव आयोग की सक्रियता से यह संकेत स्पष्ट है कि बिगुल कभी भी बज सकता है। इसी कड़ी में, भारत निर्वाचन आयोग की एक उच्च स्तरीय टीम चुनावी तैयारियों की समीक्षा करने के लिए झारखंड का दौरा कर रही है, जोकि 23 और 24 सितंबर को संपन्न होगा। यह दौरा झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों की गहन समीक्षा और निगरानी के उद्देश्य से किया जा रहा है।
आज 23 सितंबर को सुबह 9 बजे यह टीम रांची पहुंचेगी, जिसमें कई उच्च पदस्थ अधिकारी शामिल
होंगे। इस दौरे की अगुवाई मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार कर रहे हैं। उनके साथ चुनावी प्रक्रिया
को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए दो अन्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ. सुखबीर सिंह संधु भी मौजूद होंगे। इसके अतिरिक्त, तीन वरिष्ठ डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर धर्मेंद्र शर्मा और संजय कुमार भी टीम का हिस्सा हैं, जो चुनावी तैयारियों के हर पहलू पर
बारीकी से नजर रखेंगे।
इस
टीम में कुल 12 सदस्य
हैं, जिनमें
से पांच अन्य प्रमुख अधिकारी अशोक कुमार, पंकज श्रीवास्तव, अनुज चांडक और अन्य शामिल हैं। सभी सदस्य चुनावी
प्रक्रिया के विभिन्न चरणों को लेकर अपनी विशेषज्ञता साझा करेंगे और चुनाव आयोग की
योजना को धरातल पर उतारने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।
चुनाव
आयोग की समीक्षा प्रक्रिया
झारखंड
विधानसभा चुनाव की तैयारी में विभिन्न मोर्चों पर विस्तृत चर्चा और समीक्षा की
जाएगी। इनमें मतदान केंद्रों की स्थिति, मतदाता सूची में सुधार, ईवीएम मशीनों की जांच और सुरक्षा, संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान, और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के
लिए आवश्यक कदम शामिल होंगे। आयोग इस बात पर भी जोर देगा कि प्रत्येक नागरिक को
मतदान का अधिकार सुरक्षित और स्वतंत्र रूप से मिले और चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष और
पारदर्शी हो।
चुनाव
आयोग का यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह चुनावी तैयारियों का आकलन करने का
एक बड़ा मौका है। आयोग यह सुनिश्चित करना चाहता है कि झारखंड में होने वाले
विधानसभा चुनाव सुचारु और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हों।
राजनीतिक
दलों के साथ महत्वपूर्ण बैठक
चुनाव
आयोग के इस दौरे का एक और प्रमुख पहलू विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ बैठकें हैं, जो रांची के होटल रेडिशन ब्लू में
आयोजित की जाएंगी। इन बैठकों का उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया से जुड़े मुद्दों पर
चर्चा करना और राजनीतिक दलों के सुझावों व चिंताओं को समझना है। इस बैठक में छह
राष्ट्रीय दलों के प्रतिनिधि शामिल होंगे: आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया
(मार्क्सवादी), इंडियन नेशनल कांग्रेस, और नेशनल पीपुल्स पार्टी। इन दलों के साथ आयोग विभिन्न चुनावी
रणनीतियों, मतदाता
जागरूकता कार्यक्रमों और निष्पक्ष चुनाव के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा
करेगा।
इसके
अतिरिक्त, झारखंड
की तीन प्रमुख क्षेत्रीय पार्टियों के साथ भी अलग-अलग बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिनमें आजसू पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा और राष्ट्रीय जनता दल के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इन बैठकों
में क्षेत्रीय मुद्दों और उन चुनौतियों पर भी चर्चा होगी, जो विशेष रूप से झारखंड के संदर्भ में
उभर सकती हैं। चुनाव आयोग की टीम यह सुनिश्चित करेगी कि हर पार्टी को अपने विचार
रखने का पूरा मौका मिले और चुनाव प्रक्रिया में सभी दलों की सहमति और सहयोग हो।
सुरक्षा
और संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान
चुनाव
आयोग के दौरे का एक अहम उद्देश्य झारखंड के विभिन्न संवेदनशील और अशांत क्षेत्रों
की पहचान करना है। आयोग राज्य प्रशासन और पुलिस के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करेगा
कि संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की जाए और किसी भी
अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हों। इस संदर्भ में, राज्य में तैनात सुरक्षा बलों की
तैनाती, चुनाव
के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के उपाय और संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष
निगरानी रखने के लिए रणनीति तैयार की जाएगी।
इसके
अलावा, चुनाव
आयोग यह भी सुनिश्चित करेगा कि सभी मतदान केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएं, जैसे पानी, बिजली, और शौचालय, उपलब्ध हों। मतदाताओं के लिए सुरक्षित और
सुविधाजनक मतदान का माहौल तैयार करना आयोग की प्राथमिकता होगी।
मतदाता
जागरूकता अभियान
चुनाव
आयोग झारखंड में मतदाता जागरूकता को लेकर भी गंभीरता से कार्य कर रहा है। आयोग की
यह कोशिश होगी कि अधिक से अधिक लोग अपने मताधिकार का उपयोग करें और कोई भी मतदाता
अपने अधिकार से वंचित न रहे। इसके लिए विभिन्न माध्यमों का उपयोग किया जाएगा, जैसे कि प्रचार सामग्री, डिजिटल प्लेटफॉर्म, और स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान।
इस प्रक्रिया में विशेष रूप से युवाओं, महिलाओं और दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले
लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया जाएगा।
झारखंड
में आगामी चुनावों को शांतिपूर्ण और सफल बनाने के लिए चुनाव आयोग की यह यात्रा एक
महत्वपूर्ण कदम है। इस दौरे से न केवल चुनावी तैयारियों का व्यापक आकलन होगा, बल्कि यह यह भी सुनिश्चित किया जाएगा
कि चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो, जिससे झारखंड के मतदाता अपने प्रतिनिधियों को
चुनने में स्वतंत्र और निष्पक्ष निर्णय ले सकें।